
तुम अकेली हो, अपने कमरे में। रात का समय, हल्की हल्की ठंडक और मदहोश कर देने वाली खुशबू तुम्हारे आसपास है। तुमने एक सेक्सी नाइटी पहनी हुई है जो तुम्हारे शरीर को इतना लुभावना बना रही है कि तुम खुद को छूने से खुद को रोक नहीं पा रही हो।
तुम अपने बिस्तर पर लेट जाती हो। तुम्हारा कमरा तुम्हारी उत्तेजना का साथी बन जाता है। तुम अपनी आँखें बंद करती हो और अपने हाथों को अपने शरीर पर फिराती हो। तुम्हारी उंगलियाँ तुम्हारे स्तनों को छूती हैं, धीरे धीरे उनको मसलना शुरू करती हैं। तुम्हारे निपल्स कड़े हो जाते हैं, और तुम्हें एक मीठा दर्द महसूस होता है।
तुम अपने हाथ को नीचे ले जाती हो, अपनी नाभि के आसपास घूमते हुए, और फिर और नीचे। तुम्हारी उंगलियाँ तुम्हारी चूत के आसपास खेलने लगती हैं। तुम धीरे धीरे तुम्हारी चूत के दाने को रगड़ना शुरू करती हो। तुम्हारी साँसें तेज हो जाती हैं। तुम और जोर से रगड़ती हो, और तुम्हारी चूत गीली होने लगती है।
अब, तुम एक उंगली अपनी चूत में डालती हो। अंदर बाहर, धीरे धीरे। तुम्हारी उंगली तुम्हारी चूत की दीवारों को महसूस करती है, और तुम और उत्तेजित हो जाती हो। तुम एक और उंगली डालती हो, और अब तुम तेजी से अंदर बाहर करती हो। तुम्हारी चूत अब और ज्यादा गीली हो जाती है, और तुम्हारी उत्तेजना बढ़ती जाती है।
तुम अपनी कल्पना का प्रयोग करते हुए, अपने पसंदीदा सेक्सी पल को याद करती हो। शायद तुम्हारे साथी की याद, या कोई सेक्सी फंतासी। तुम्हारी साँसें और तेज हो जाती हैं, और तुम अपनी चूत को जोर से रगड़ती हो।
अचानक, तुम्हें लगता है कि तुम झड़ने वाली हो। तुम अपनी आँखें बंद रखते हुए, अपनी चूत को तेजी से रगड़ती हो। और फिर, एक जोरदार धक्का के साथ, तुम झड़ जाती हो। तुम्हारा शरीर अकड़ जाता है, और तुम्हारी चूत में से गरम पानी निकलता है।
तुम कुछ पल के लिए ऐसे ही पड़ी रहती हो, अपनी साँसों को काबू में करती हो। फिर, तुम धीरे से मुस्कुराती हो, अपनी उत्तेजना को महसूस करती हो, और अपनी आँखें खोलती हो।







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